मुजफ्फरपुर : देशभर में कोरोना महामारी को देखते हुए विगत 9 महीनों से सभी विद्यालय एवं कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का आदेश हैं। देशभर में अब बजारे खुल चुकी है, बड़े बड़े मॉल खुल चुके हैं यहां तक कि सिनेमाघरों को भी खोल दिया गया है। परंतु अभी भी देशभर के विद्यालय एवं कोचिंग संस्थान बंद रखने का ही आदेश है। बिहार में विधानसभा चुनाव को भी सफलतापूर्वक आयोजित कर लिया गया मगर यदि केंद्र की सरकार की माने तो अभी देशभर में सिर्फ विद्यालयों से ही कोरोना फैलने का भय है। वही मुजफ्फरपुर जिले में विगत दिन जिला शिक्षा पदाधिकारी अब्दुस सलाम अंसारी ने आदेश निर्गत किया है कि कोविड-19 कानून का उल्लंघन कर प्राइवेट कोचिंग संस्थान या विद्यालयों में कक्षा चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शहर के विभिन्न इलाकों में खुलेआम कोचिंग संचालन की जानकारी मिली है परंतु विगत कुछ दिनों से अधिकारियों के व्यस्त होने की वजह से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। ज्ञात हो कि सभी पदाधिकारी बिहार विधानसभा चुनाव के मध्य नजर व्यस्त चल रहे थे।
डीयू ने बताया कि खुलेआम प्राइवेट कोचिंग संस्थानों के चलने से सीबीएसई से मान्यता प्राप्त प्राइवेट विद्यालयों को परेशानी हो रही है। उनके विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे स्कूल फीस लेकर गायब हो गए हैं और कोचिंग पढ़ने चले जाते हैं। इसके कारण उनकी स्थिति काफी खराब हो चुकी है। दरअसल इस बात की शिकायत इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्कूल के सचिव सुमन कुमार ने जिला पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों से की है। बरहाल अब इसमें आनन-फानन में डीईओ ने कार्रवाई का आदेश जारी किया है। उन्होंने विद्यालय अवर निरीक्षक का नगर क्षेत्र सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर वैसे कोचिंग संस्थान एवं निजी विद्यालयों पर कार्रवाई करने को कहा है। डीईओ ने कहा है कि किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर शीघ्र ही कार्रवाई भी की जाएगी।





