मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में अमिताभ बच्चन पर परिवाद दर्ज
सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले रियलिटी शो कौन बनेगा करोड़पति में शो के होस्ट अमिताभ बच्चन द्वारा एक सवाल पूछने पर हंगामा मच गया है। लोगों ने आरोप लगाया है कि अमिताभ बच्चन के द्वारा पूछे गए सवाल से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचा है और अब यह मामला न्यायालय तक जा चुका है। दरअसल 30 अक्टूबर को प्रसारित हुए शो में अमिताभ बच्चन ने एक प्रश्न किया था कि 25 दिसंबर 1927 को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा अनुयायियों के किस धर्म ग्रंथ की प्रतियां जलाई गई थी। वहीं अब इस सवाल को आधार मानते हुए मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर निवासी चंद किशोर पराशर ने आरोप लगाया है कि ऐसे सवालों से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचती है। मिली सूचना के आधार पर ज्ञात हो कि मुजफ्फरपुर के पूर्व लखनऊ में भी महानायक अमिताभ बच्चन के ऊपर परिवार दर्ज किया जा चुका है।
अब देखना यह है कि न्यायालय इस पर क्या कुछ फैसला सुनाती है। वही चंद किशोर प्रसाद का कहना है कि जानबूझकर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए ऐसा प्रश्न रियलिटी शो में पूछा गया। आवेदक ने अमिताभ बच्चन के साथ साथ कौन बनेगा करोड़पति सो के निर्देशक अरुण से कुमार और राहुल वर्मा बोर्ड ऑफ इंटरटेनमेंट टेलीविजन के चेयरमैन मनजीत सिंह समेत सात लोगों को आरोपित किया है।

बिहार दस्तक ने प्रदान करते हुए इस प्रश्न की गहराई तक को जानने का प्रयास किया तो ज्ञात हुआ कि 25 सितंबर 1927 का दिन भारतीय इतिहास के के पन्नों में दर्ज है। 25 दिसंबर 1927 का ही दिन था जब डॉ. आंबेडकर (14 अप्रैल 1891 – 6 दिसंबर 1956) ने दलितों और कुछ ओबीसी के एक बड़े समूह का नेतृत्व करते हुए मनुस्मृति का सार्वजनिक रूप से दहन किया था। इसके बाद बाबा भीमराव अंबेडकर ने कहा था की यह विधिशास्त्र, सभी शूद्रों और दलितों को नारकीय जीवन जीने को अभिशप्त करता है।




